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Touch the height of Success in 2024 भागवत गीता के साथ
“कर्मण्ये वाधिकारस्ते माँ फलेषु कदाचन:”
अर्थात
कर्म करते जाइए , फल कि चिंता न करते हुए।
भागवत गीता एक ऐसा मोती है. जिसे यदि कोई पहन ले तो उसे जीवन के सारे प्रश्नो के उत्तर स्वयं ही मिलने लगते हैं. यहां आपको भगवन श्री कृष्ण के द्वारा उपदेशों का आसान और जीवन से जुड़ने वाला क्षण प्राप्त होगा.